कवर स्टोरी

बुलंद हौसले और सकारात्मक सोच से मिली सफलता की राह

मीनाक्षी तोदी से कारपोरेट इनसाइट के लिए गुरबीर सिंघ चावला की विशेष बातचीत।

मीनाक्षी तोदी

मीनाक्षी तोदी एक मल्टीटालेंटेड पर्सनैलिटी हैं। वे इमेज कैटलिस्ट, पर्सनैलिटी स्टाइलिस्ट, लाइफ स्टाइल कोच, पर्सनल ब्रांड स्पेशलिट, कॉरपोरेट इमेज कंसलटेंट और इंस्टीट्यूशनल सॉफ्ट स्किल ट्रेनर के रूप अपनी सेवाएं दे रही हैं।

 

मीनाक्षी तोदी, एक संघर्षशील व्यक्तित्व का नाम है जो अपने जीवन की कठिनाइयों और उनसे जूझ कर मिली सफलताओं के माध्यम से अपना एक अलग स्थान बनाने में कामयाब हुई है। उनके संघर्ष, साहस, और आत्मविश्वास ने उन्हें एक सफल प्रोफेशनल और उद्यमी बनाया है। उन्होंने अपनी कार्यदक्षता से यह साबित कर के दिखाया कि जीवन में कैसी भी कठिन परिस्थिति हो, कोई भी समस्या हो उसका सामना किया जा सकता है और अपने कार्यों में सफलता प्राप्त की जा सकती है।

मीनाक्षी का जीवन उनके अपने परिवार से शुरू होता है, जहां उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के की प्रेरणा मिलती है। उनके पिता की मृत्यु के बाद, वे अपनी माँ का सहारा बनीं और उन्हें अपनी शक्ति और साहस का स्त्रोत बनाया। उन्होंने अपनी शिक्षा प्रारंभिक रूप से मदर टेरेसा द्वारा दिए गए शैक्षणिक मूल्यों और सिद्धांतो पर आधारित एक शिक्षण संस्थान से प्राप्त की, जहां उन्हें जीवन की मूल बातों को समझने का अवसर मिला और महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त हुए।

उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से एकाउंटेंसी (हॉनर्स) में स्नातक का अध्ययन पूरा किया है और सीए की डिग्री भी हासिल की है। शादी के बाद वे अपने पति के साथ तमिलनाडु के तिरुपुर शहर में रहने लगीं। यहां उनका लोगों के साथ संबंध मैत्रीपूर्ण बना और एक साल के भीतर ही, उन्होंने *यूथ नेक्स्ट क्लब” की स्थापना की, जिससे लोग विभिन्न आयोजनों, रूचियों के कारण लिए जुड़े।

 

अपने विवाह के बाद, उन्होंने “ज़ारा” नामक ब्रांड की स्थापना की जो एक विशेष प्रकार का फैशन बुटीक था। व्यवसायिक जगत में उनका यह पहला कदम था। उनके लिए यह केवल एक बुटीक नहीं था, बल्कि एक भावना थी। इस बूटिक को उन्होंने अपनी कालत्मकता से संवारा और इसे लोकप्रिय बनाने में सफल हुईं।

2010 में उनके बेटे ‘जय’ ने जन्म लिया। तीन साल बाद उन्होंने अपने एक साथी के साथ साझेदारी में और “ब्रेनिएक्स” नामक एक प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों की प्रतिभाओं को पहचान कर उनकी लाइफ स्किल्स को मजबूत करना था। उस दौरान पांच साल उन्होंने एक सक्रिय एड्यूटेनर के रूप में बिताए।

 

कारपोरेट इनसाइट के साथ एक विशेष बातचीत में मीनाक्षी ने अपने पारिवारिक जीवन के बारे में बताया कि, साल 2019 में किन्ही कारणों से पति से संबंध विच्छेद हो गए और दोनों के रास्ते अलग अलग हो गए। जीवन के इस बड़े निर्णय के बाद उन्होंने अपने बेटे के साथ सिंगल पेरेंट की जिम्मेदारियों के साथ एक नई शुरुआत की।

अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों को विस्तार देने के लिए उन्होने आईएमटी, गाज़ियाबाद से एमबीए किया, जिसमें मार्केटिंग में उन्होनें विशेषज्ञता हासिल की, साथ ही इमेज कंसलटेंट और सॉफ्ट स्किल ट्रेनर के रूप में आईसीबीआई इंस्टीट्यूट से सर्टिफिकेट प्राप्त किया, जो कि कॉन्सेल इंस्टीट्यूट ऑफ़ इमेज मैनेजमेंट, यूएसए द्वारा प्रमाणित है।

इंटरव्यू के दौरान मीनाक्षी ने बताया कि मैंने “थर्टीन हार्टफेल्ट स्टोरीज़” नामक पुस्तक का सह-लेखन किया है, यह पुस्तक मेरे दिल में एक विशेष स्थान रखती है, क्योंकि यह पुस्तक जीवन को बदलने वाले अनुभवों को साझा करती है जो आज की बदलती हुई सामाजिक परिस्थितियों के अनुरूप सृजित की गई है। अपने गुरुओं से मैंने कई प्रेरणादायक बातें सीखी हैं। मैंने व्यवसायिक तकनीकें राजीव तलरेजा और अमीत पारेख से सीखी है, जीवन की सकारात्मकता के गुण पूजा पुनीत, थैडियस लॉरेंस, ब्लेयर सिंगर, टोनी रॉबिन्स, जैक कैनफील्ड, रॉबिन शर्मा, जॉन डेमार्टिनी, सिद्धार्थ राजसेखर, प्राची मायेकर और मेघा दीक्षित से सीखी है। टीम टोनी रॉबिन्स की मेलेनी, लैरी गिलमन और ज़ोल्टन के मेंटरिंग भी मेरे प्रेरणास्त्रोत रहे हैं।”

 

मीनाक्षी के वर्तमान में अपना एक नया उद्यम “ल्यूमिफ़ाई” संचालित कर रही हैं, इसकी उत्कृष्टता के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि “लुमिफी” के अंतर्गत मैं अपने जीवन के अनुभवों और शिक्षा के माध्यम से लोगों के जीवन में बदलाव लाने का प्रयास करती हूं ।”लुमिफी” व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता के साथ उनकी सोच और मूल सिद्धांतों के साथ सामंजस्य करते हुए विकास का रास्ता बनाती है।

उन्होंने कहा कि “ल्यूमिफ़ाई” के तीन मजबूत स्तंभ हैं: “आपको प्रेरित करना”, “आपको प्रभावित करना” और “आपके लिए प्रभावशाली होना”। यह लोगों की सेल्फ इमेज को नया स्वरूप देने पर काम करती है। यह लोगों के उन गुणों को जागृत करती है जिनके बारे में वे अनजान रहते हैं। लुमिफी के माध्यम से वे अपने क्लाइंट्स को हर क्षेत्र में सफल बनाने में सहयोग करती हैं।

 

“इम्प्रेसिव यू” में वे लोगों के व्यक्तित्व विकास के लिए मार्गदर्शन देती हैं।

 

“इम्पैक्टफुल यू” के बाद, “डू” के अंतर्गत वे व्यक्तित्व निर्माण के एक महत्वपूर्ण पहलू संचार, बातचीत और दुनिया के साथ बेहतर संबंध बनाने की कला सिखाती हैं। यहां संवाद की शैली को संवारने के बारे में बताया जाता है। प्रोफेशनल या व्यवसायिक जगत में बेहतर कम्युनिकेशन करना सिखाती हैं।

 

मीनाक्षी एक प्रशिक्षक, इमेज कंसलटेंट और मार्गदर्शक के रूप में उनसे सेवा लेने वाले लोगों की उम्मीदों को उनकी अपेक्षा अनुसार पूरा करती हैं। उन्हें पूजा बनर्जी जैसी जानी मानी पर्सनैलिटी का सानिध्य मिला है जिसे वे अपनी एक उपलब्धि मानती हैं।

 

मीनाक्षी का एक अन्य उद्यम “शिहान्स वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड” “ल्यूमिफ़ाई” के अंतर्गत आता है। यह उद्यम मीनाक्षी के कैरियर में एक विशेष स्थान रखता है। “शिहान्स” का नाम उनके पिताजी शिव कुमार जलान और उनके दादाजी आदर्श किशन तोदी के नाम के संयोजन से बना है और जीवन के प्रति उन दोनो के दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है ।

 

मीनाक्षी बताती हैं कि “क्लाइंट्स की आवश्यकताओं और

आकांक्षाओं को पूरा करने वाली कस्टमाइज्ड सुविधा प्रदान करना उनकी विशेषता है।

विभिन्न कार्यक्रमों से लेकर, स्टाइल, और प्रेरक व्यक्तिगत रूचियों को कल्पित करने तक, हम जीवन के हर पहलू में सकारात्मक परिवर्तन के लिए कैटलिस्ट बनने का प्रयास करते हैं।

 

कॉरपोरेट जगत के कार्यों में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए समय प्रबंधन बेहद जरूरी होता है। समय प्रबंधन के महत्व के बारे में वे कहती हैं कि यह खुद को प्रबंधित करने की एक कला है। बेहतर समय प्रबंधन से अपने लक्ष्यों को हासिल करना आसान हो जाता है।

 

मीनाक्षी, शिहान्स की उपलब्धियों के साथ साथ नए लक्ष्यों पर भी काम कर रही हैं। उनका संघर्ष और उत्साह दूसरों के लिए हमेशा प्रेरणा रहा है। अपनी बातचीत के अंत में वे बताती हैं “अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिनाईयों का सामना तो करना पड़ता है परन्तु यही कठिनाइयां हमें मानसिक तौर पर मजबूत करती हैं, हमें निर्णय लेने की क्षमता देती हैं और सफलता के मार्ग को प्रशस्त करती हैं। सफलता हमारे जीवन में निरंतर चलने वाली एक प्रक्रिया है, सफलता एक जगह स्थिर नहीं रहती। कार्यों के सकारात्मक परिणामों ही सफ़लता को दर्शाते हैं। सफलता का रहस्य संघर्ष, समर्पण और कार्यों की निरंतरता में छिपा है। इसलिए, जीवन में नए लक्ष्य प्राप्त करने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए स्वयं पर भरोसा करना चाहिए और अपने हर काम में सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करना चाहिए।

 

मीनाक्षी तोदी से उनकी वेबसाईट lumifieelife.com

पर संपर्क किया जा सकता है।

 

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