दो बातें

तृप्ति सोनी
प्रोड्यूसर एवं एंकर
Zee मध्यप्रदेश – छत्तीसगढ़
दो बातें जो सृजनशीलता के लिए जरूरी हैं?
जिंदगी में लोगों से मिलने में, पढ़ने और देखने में विविधता जरूरी है, तभी सृजनशीलता शुरू हो पाती है।
लिखने के बजाए पढ़ना, और लोगों से मिलना, इसका अनुपात बहुत अधिक रहना चाहिए। बहुत से लोग पढ़ते कम हैं, लिखते ज्यादा हैं, उसमें सृजनशीलता नहीं हो पाती।
दो बातें जिनसे आपको मीडिया में आने की प्रेरणा मिली?
मेरी पढ़ने की इच्छा कभी खत्म नहीं हुई, और मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई की थी तो स्वाभाविक रूप से पत्रकारिता रोजगार के लिए मेरी पहली पसंद थी।
रोजगार मेरे परिवार के लिए एक मजबूरी थी, और रोजगार का पहला अवसर मुझको यही मिला।
साधना न्यूज में अपने कार्यकाल के दौरान की दो बातें जो आपके लिए अविस्मरणीय हैं?
करियर की शुरुआत थी, और हर छोटी-छोटी चीज से मुझको सीखने का मौका मिला।
पहली बार मेरा चेहरा सैटेलाइट चैनल पर दिखा, इस चैनल में मुझे मातृभाषा छत्तीसगढ़ी में बोलने का मौका मिला, जो मेरे लिए एक अलग स्वाभिमान की बात थी।
दो विशेषताएं जो एक सफल एंकर में होनी चाहिए?
जिस विषय पर बोलना पड़ रहा है उसका कम से कम, पर्याप्त, और बेहतर हो कि, अपार ज्ञान रहना चाहिए।
पर्दे पर अपनी मौजूदगी का अहंकार कभी भी नहीं आना चाहिए (यह बात आईने में देखते हुए लिखी है)।
ज़ी मीडिया में एक एंकर के रूप में आपके द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले दो चर्चित कार्यक्रम?
हमर भाखा हमर राज, छत्तीसगढ़ी भाषा में समाचार, रोज शाम 7:30 बजे।
पहुनाई, छत्तीसगढ़ के चर्चित कलाकारों, हस्तियों और राजनेताओं के इंटरव्यू रविवार शाम 7:30 बजे।
आपके बेहद पसंद किए जाने वाले कार्यक्रम “कबीरवाणी” की दो विशेषताएं?
कबीर के बोले हुए शब्दों को प्रस्तुत करते हुए उनके हर शब्द से मेरी समझ विकसित होते जाती है, और अगली प्रस्तुति बेहतर बनती है।
कबीर के दोहे लोगों के बीच जब इतने लोकप्रिय होने लगे, तो मुझे यह गर्व हुआ कि मेरी प्रस्तुत की गई सबसे गंभीर बात भी इतने लोग ध्यान से देखते हैं।
एक अनुभवी एंकर के रूप में दो बातें जो आप प्रशिक्षु पत्रकारों से कहना चाहेंगी?
पहली बात तो यह कि मैं अभी उतनी अनुभवी भी नहीं हुई हूं। और अनुभवी हो जाने पर भी आत्ममुग्ध कभी नहीं होना चाहिए।
ज्ञान काफी नहीं होता उसके साथ समझ, और सहज-समझ (कॉमनसेंस) भी जरूरी होती हैं।
दो बातें जो आपको छत्तीसगढ़ी भाषा में प्रिय हैं?
शब्द और भावना दोनों की मिठास।
स्थानीय लोगों में इससे आने वाला आत्मविश्वास।
मीडिया पर्सनैलिटी के रूप में किए गए दो कार्य जो आपको संतुष्टि देते हैं?
11 साल से छत्तीसगढ़ी भाषा में समाचार प्रस्तुत करना।
पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश और यहां के लोगों को देखने और समझने का भरपूर अवसर मिला।
दो बातें जो आप अपने आलोचकों से कहना चाहती हैं?
इतनी ही देर में आप इस आलोचना से बेहतर कुछ कर सकते हैं।
दो शक्तियां जो हर महिला में होती हैं?
जुल्म को सहते हुए संघर्ष करना, और उसके खिलाफ खड़े भी होना।
अपार त्याग की ताकत।
दो बातें जो महिला सशक्तिकरण के लिए जरूरी हैं?
महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता।
अपने को कमजोर, और दोयम दर्जे की मानने की हीन भावना से उबरना।